डांडा पड़हा कुंदुरमुण्डा में पांच दिवसीय धुमकुड़िया प्रशिक्षण शिविर का किया गया आयोजन

बोलबा :- बोलबा प्रखण्ड के डांडा पड़हा कुंदुरमुण्डा में पाँच दिवसीय धुमकुड़िया प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया । इस मौके पर डांडा पड़हा समिति प्रमुख देवेंद्र भगत ने बताया कि पड़हा समाज के द्वारा पांच दिवसीय धुमकुड़िया प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में आदिवसी पर्व त्योहार, रीति-रिवाज, वेश-भूषा, नाच-गान, शादी-ब्याह, धर्म-संस्कृति आदि पर जानकारी दी गई । इस दौरान फाल्गुन अर्थात होली का त्योहार, सरहुल त्योहार, करमा त्योहार आदि पर विशेष जानकारी दिया गया । मौसम के अनुसार सभी त्योहारों के अलग-अलग गीत एवं मांदर की ताल को अच्छी तरिके से बताया गया । इसी के साथ सबसे पुराने आदि धर्म की विशेष प्रार्थना अना आदि मुंजरना मलका निनिम धर्मे राआदय – बंगाओ का पूरा-पूरा अर्थ बताया गया ।इस मौके पर स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएँ एवं समाज के लोग शामिल हुए । प्रशिक्षण के अन्तिम दिन  प्रशिक्षक देवेंद्र भगत सहित भाग लिए सभी लोगों को समाज सेवी अंजू खलखो ने डायरी एवं पेन देकर सम्मानित किया । साथ ही उन्होंने कहा कि आज के बच्चे ही कल के भविष्य है । समाज को संजोये रखना हम सभी का कर्तब्य है । प्रशिक्षक देवेंद्र भगत ने बताया कि आज वर्तमान परिवेश में अपने पुराने आदि धर्म की पहचान नाच-गान, पर्व-त्योहार, संस्कृति आदि ही आदिवसियों की पहचान है । इसकी रक्षा करना अति आवश्यक है । इससे आने वाले पीढ़ी को सुरक्षित तैयार किया जा रहा है इस मौके पर रामकिशोर भगत, अंजू खलखो, मीना तिर्की, सुधीर बेक आदि मौजूद थे।

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